Local

तीसरी कसम: बिहार की मिट्टी से उपजी एक अनकही काव्यात्मक कृति

फणीश्वर नाथ रेणु की मार्मिक लघु कहानी “मारे गए गुलफाम” पर आधारित 1966 की फिल्म “तीसरी कसम” भारतीय कला का एक अनूठा और प्रभावशाली उदाहरण है। बासु भट्टाचार्य द्वारा निर्देशित और राज कपूर व वहीदा रहमान के प्रतिष्ठित प्रदर्शनों वाली यह फिल्म ग्रामीण बिहार का एक संवेदनशील और प्रामाणिक चित्रण प्रस्तुत करती है। फिर भी, […]

तीसरी कसम: बिहार की मिट्टी से उपजी एक अनकही काव्यात्मक कृति Read More »

Purnea : एक ही परिवार के पांच सदस्यों की बेरहमी से हत्या, डायन होने और काला जादू करने का आरोप

बिहार के पूर्णिया जिले के टेटगामा गांव में 6-7 जुलाई, 2025 की रात को एक ही परिवार के पांच सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उनके शवों को जला दिया गया। यह हमला डायन प्रथा के आरोपों से प्रेरित था, जो इस क्षेत्र के कुछ ग्रामीण और आदिवासी समुदायों में अभी भी

Purnea : एक ही परिवार के पांच सदस्यों की बेरहमी से हत्या, डायन होने और काला जादू करने का आरोप Read More »